राजस्थान का इतिहास
कुम्भलगढ़ दुर्ग (Kumbhalgarh Fort)
कुम्भलगढ़ दुर्ग (Kumbhalgarh Fort) का निर्माण महाराणा कुम्भा ने 1443 ई. से 1459 ई. के मध्य करवाया था । यह दुर्ग
Read moreविजय स्तम्भ (Victory Tower)
विजय स्तम्भ (Vijay Stambh) को Victory Tower तथा कीर्ति स्तम्भ के नाम से भी जाना जाता है । इस भव्य
Read moreमहाराणा कुम्भा (Maharana Kumbha)-मेवाड़ का इतिहास
महाराणा कुम्भा (Maharana Kumbha) का जन्म 1423 ई. में मेवाड़ में हुआ । महाराणा कुम्भा को कुम्भकरण के नाम से
Read moreमेवाड़ का इतिहास-महाराणा मोकल( History of Mewar in Hindi )
सन्न 1421 ई. में महाराणा लाखा सिंह की मृत्यु के पश्चात 12 वर्ष की आयु में मोकल को मेवाड़ की
Read moreमहाराणा लाखा सिंह/लक्ष सिंह
महाराणा लाखा सिंह 1382 ई. में मेवाड़ के शासक बने । इनके पिता महाराणा क्षेत्र सिंह थे । राणा लाखा
Read moreमहाराण क्षेत्र सिंह/महाराणा खेता सिंह
महाराण क्षेत्र सिंह/महाराणा खेता 1364 ई. में मेवाड़ के शासक बने । इनके पिता महाराणा हम्मीर सिंह थे । महाराणा
Read moreराणा हम्मीर सिंह
गुहिल वंश की मुख्य शाखा (रावल शाखा) के पतन के पश्चात सोनगरा चौहानों को पराजित कर हम्मीर सिंह ने 1326
Read moreरावल वंश के शासक (मेवाड़ का इतिहास)
दोस्तों जैसा कि हमने मेवाड़ का इतिहास भाग-1 में बताया था कि गुहिल वंश के शासक राजा रण सिंह (1158
Read moreबप्पारावल~गुहिल वंश(मेवाड़ का इतिहास)
बप्पा रावल का वास्तविक नाम कालभोज था । उनका जन्म 713 ई. में ईडर (उदयपुर) नामक स्थान पर हुआ था
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